शेरों का संरक्षण-संवर्धन करने 29 जुलाई को विश्व टाइगर दिवस मनाया जाता है। राज्य में शेरों की संख्या 46 से घटकर 19 हो गई है,
शेरों का संरक्षण-संवर्धन करने 29 जुलाई को विश्व टाइगर दिवस मनाया जाता है। राज्य में शेरों की संख्या 46 से घटकर 19 हो गई है,
जबकि देश में शेरों की संख्या में 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वर्ष 2014 में शेरों की संख्या 2 हजार 226 से बढ़कर वर्ष 2018 की गणना में 2 हजार 967 पहुंच गई।
पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में भी शेरों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। इस बात को ध्यान में रखते हुए वन विभाग के अफसर राज्य में शेरों की संख्या बढ़ाने कड़ी मेहनत करने का दावा कर रहे हैं।
पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ पीवी नरसिंग राव के अनुसार राज्य में शेरों की संख्या बढ़ाने के लिए वन विभाग हरसंभव प्रयास कर रहा है।
इसके लिए राज्य के तीन प्रमुख टाइगर रिजर्व अचानकमार, इंद्रावती तथा उदंती-सीतानदी में फील्ड अफसर लगातार काम कर रहे हैं। साथ ही शेरों का यहां स्थायी रहवास क्षेत्र बनाने कार्ययोजना बना रहे हैं।
इसके लिए जानकारों की मदद ली जा रही है। गुरु घासीदास नेशनल पार्क के टाइगर रिजर्व बनने के बाद यहां शेरों की आवाजाही बढ़ाने के उपाय किए जाएंगे।
पीसीसीएफ श्री राव के अनुसार राज्य में शेरों की संख्या कैसे बढ़ाई जाए, साथ ही उनकी सुरक्षा किस तरह से हो, इसके लिए अलग से स्पेशल टास्क फोर्स बनाने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।
शासन से अनुमति मिलने के बाद स्पेशल टास्क फोर्स शेरों की संख्या बढ़ाने युद्धस्तर पर कार्य करेगी। पीसीएफ के अनुसार राज्य में शेरों की संख्या तभी बढ़ सकती है,
जब उनके लिए यहां शिकार के लिए पर्याप्त वन्यजीव हों। साथ ही पर्याप्त पानी की व्यवस्था हो। साथ ही शेरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
इसके लिए टाइगर के रहवास क्षेत्र में इन तीनों जरूरतों को प्राथमिकता से पूरा करने की बात पीसीसीएफ ने कहा। शेरों की संख्या बढ़ाने विभाग हरसंभव कोशिश कर रहा है। साथ ही शेरों की सुरक्षा करने स्पेशल टास्क फोर्स बनाने शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा टाइगर रहवास क्षेत्र में हर्बिवोर की संख्या बढ़ाने उपाय करने अधिकारियों निर्देश दिए हैं।
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