लखनऊ में विधानसभा के सामने युवक ने खुद को लगाई आग, वजह सामने आने पर पलटा मामला..
लखनऊ विधानसभा के सामने सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब 35 वर्षीय एक युवक ने पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगा ली। सुरक्षाकर्मियों ने आग को बुझाकर युवक को झुलसी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया।
युवक का आरोप है कि लेखपाल और ग्राम प्रधान उसकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। हालांकि जब मामले की जांच की गई तो पता चला कि जिस जमीन का जिक्र युवक कर रहा है, वह सरकारी है। बहरहाल, मामले की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं
ताकि उन अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सके, जिनकी रहते इस जमीन पर कब्जा हुआ। कन्नौज के गोदारा गांव के रहने वाले उमाशंकर ने घर से निकलने से पहले एक चिट्ठी भी छोड़ी, जिसमें उसने लिखा कि शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न बर्दाश्त न कर पाने के कारण मैं घर से जा रहा हूं।
इसके बाद उमाशंकर ने लखनऊ विधानसभा के सामने पहुंचकर खुद पर पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। सुरक्षाकर्मियों ने जब उसे आग से घिरे देखा तो तुरंत ही बचाने के लिए दौड़ पड़े। युवक को बचा लिया गया है, लेकिन उसके टांगें आग से झुलस गई हैं।
ग्राम प्रधान और लेखपाल पर आरोप मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उमाशंकर की गांव के बाहर करीब पांच डिसमिल जमीन पर 50 वर्ष से उसका कब्जा है। ट्यूबवेल लगा है और मवेशी भी बांधते हैं। वे इस जमीन पर निर्माण कराना चाहते थे, लेकिन ग्राम प्रधान और लेखपाल ने उसे ऐसा करने से रोक दिया।
उमाशंकर का आरोप है कि दोनों जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं और इसके लिए उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने जब मामले की जांच कराई तो पता चला कि जिस जमीन का जिक्र किया जा रहा है,
वह सरकारी है। घटना सामने आने के बाद प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मामले की विस्तृत जांच कराई जाएगी और जो भी सरकारी जमीन पर कब्जा होने देने के लिए जिम्मेदार होंगे, उन पर भी कार्रवाई होगी।
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